शिक्षा में नवाचार: अमरेली का स्कूल बना रहा है बच्चों को युवा उद्यमी

Apr 22, 2025

अमरेली, गुजरात: गुजरात के अमरेली जिले में डॉ. कलाम इनोवेटिव स्कूल ने पढ़ाई और व्यापार को जोड़कर एक नई शुरुआत की है। इस अनोखी पहल के ज़रिए स्कूल के बच्चे अब सिर्फ किताबों से नहीं, बल्कि असली दुनिया के अनुभवों से भी सीख रहे हैं। इस खास प्रोग्राम के तहत बच्चों को व्यावसायिक सोच और हुनर सिखाए जाते हैं, जिससे वे पढ़ाई के साथ-साथ कमाई भी कर रहे हैं। इससे न केवल उनके परिवार की मदद होती है, बल्कि वे अपनी पढ़ाई में भी खुद निवेश कर पा रहे हैं। स्कूल का यह एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम 'कलाम यूथ सेंटर' के ज़रिए चलाया जा रहा है, जिसमें बच्चों को टी-शर्ट प्रिंटिंग और लेज़र कटिंग जैसी तकनीकों से काम करने का मौका मिलता है। बच्चे खुद डिज़ाइन करते हैं, सामान बनाते हैं और फिर उसे बेचते हैं—जैसे कि टी-शर्ट, मग और लकड़ी की चीज़ें। इस पहल का मकसद है—14 साल से कम उम्र के बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना। उन्हें सिखाया जाता है कि कैसे कोई चीज़ बनानी है, कैसे उसे बेचना है और पैसे कैसे संभालने हैं। डॉ. कलाम इनोवेटिव स्कूल का यह मॉडल खासतौर पर ग्रामीण इलाकों के लिए एक मिसाल बन रहा है। यहाँ बच्चे सिर्फ पढ़ाई नहीं कर रहे, बल्कि छोटे-छोटे कारोबार कर अपने परिवार और गाँव की अर्थव्यवस्था में भी योगदान दे रहे हैं। यह पहल पढ़ाई को व्यवहारिक बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।